अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना : भारतीय कालगणना

भारतीय कालगणना वैज्ञानिक एवं वैश्विक

अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना का लक्ष्य है— महाभारतकाल से वर्तमान समय तक अपने देश भारत के इतिहास का संकलन। इसके लिए योजना ने प्रथम चरण में कलियुग की तिथि को मानक बनाया है तथा कलि संवत् (कलियुगाब्द) का प्रचलन प्रारम्भ किया है। ट्टयोजना’ ने इतिहास में काल के विशिष्ट महत्त्व को समझकर दो वर्ष सम्पूर्ण देश में कालगणना विषय लेकर इतिहास—दिवसों का आयोजन किया, संगोष्ठियाँ आयोजित की तथा अनेक प्रकाशन किए जिसमें वासुदेव पोद्दार की कालजयी रचना ‘विश्व की कालयात्राः कालपुरुष—इतिहास पुरुष’ विद्वानों के बीच विशेष रूप से चर्चित रही है। योजना की यह विशिष्ट उपलब्धि रही है कि उसने वैदिक विद्वानों को इस कार्य में लगाया तथा कालगणना पर अनेक उपयोगी सन्दर्भ—ग्रन्थ प्रकाशित किए हैं। इसके फलस्वरूप सम्पूर्ण देश में भारतीय कालगणना के विषय में जानकारी का वातावरण बना है और ‘कलियुगाब्द’ का प्रचलन भी प्रारम्भ हुआ है।

kaal gadhna
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